World's First Cash Free Country
दुनिया का पहला कैश-फ्री देश है स्वीडन
अब दुनिया स्मार्ट हो गयी हे | अब इंडिया में भी लोग अपनी ज्यादातर चीज ऑनलाइन हे मंगवाते हे ओर उसका पेमेंट अपने बैंक से डायरेक्ट कर देते हे मतलब की कॅश पेमेंट नहीं करते हे | तो आपको जानकर हैरानी होगी के दुनिया में एक ऐसा देश हे जहा पर कॅश फ्री पेमेंट ही होता हे और अपने देश को कॅश फ्री जाहिर करने वाला यह सबसे पहला देश हे| तो फिर यह कोण सा देश हे| इस देश का नाम हे स्वीडन| स्वीडन तो पहले से ही करप्शन फ्री देश में नंबर १ पे हे इसीलिए वह पर कॅश फ्री लागु होना आम बात हे| और आज हमारी जिंदगी ही बहुत फ़ास्ट हो गयी हे और हमें सब कुछ तात्कालिक चाहिए होता हे| और भारत भी कुछ इसी रस्ते पर चल रहा हे लेकिन इसका तो कोई अंदाज़ा नहीं हे की भारत पूरी तरह से कॅश फ्री देश कब होगा क्युकी भारत के जयादातर लोग गाव में रहते हे और वहा पर मोबाइल तो क्या खाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता हे लेकिन आज हम आपको स्वीडन के बारे में बताते हे |
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1. कैशलेस देश बनने का मतलब क्या होता है?
स्वीडन जल्द ही दुनिया का कैश-फ्री देश होने वाला है. इसकी प्रमुख वजह वहां के ज़्यादातर लोगों का इलेक्ट्रॉनिक कार्ड का इस्तेमाल करना है.
2. सभी संस्थानों में कार्ड का प्रयोग हो रहा है
व्यापार, शिक्षा, सेवा औऱ बैंकिंग जैसे क्षेत्रों में लोग कैशलेस काम कर रहे हैं. इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजैक्शन की वजह से सरकार ने ऐसा निर्णय लिया.
3. देश में सभी जगहों पर कार्ड रीडर है
कैश-फ्री देश के रूप में स्वीडन इनोवेशन से पूरी दुनिया में अपनी एक नई पहचान बना रहा है. यहां हर जगह दुकानों पर कार्ड रीडर होते हैं, लोग भी उनसे ही पेमेंट करते हैं.यहां तक कि स्ट्रीट वेंडर भी कार्ड रीडर रखते हैं, ताकि किसी भी तरह से ग्राहकों को परेशान न होना पड़े.
4. शुरू से ही टेक फॉरवर्ड देश है स्वीडन
स्वीडन की पहचान पूरे विश्व में एक टेक फॉरवर्ड देश के रूप में है. इसी देश ने ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग कंपनी स्पोटिफाई और कैंडी क्रश मोबाइल गेम दिया है.
5. इस प्रयोग से कई लोग आशंकित भी हैं.
ऐसा नहीं है कि इलेक्ट्रॉनिक पेमेन्ट प्रणाली से सभी खुश हैं.उपभोक्ता संगठनों एवं आलोचकों ने इसमें प्राइवेसी का खतरा और संगठित अपराध बढ़ने की चेतावनी दी है.देश के विधि मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2014 में इलेक्ट्रॉनिक धोखाधड़ी के अपराधों की संख्या 1.4 लाख थी, जो एक दशक पहले की तुलना में दुगुनी से ज़्यादा है.
6. इससे पर्यावरण पर अच्छा असर पड़ेगा.
सरकार के कई अधिकारियों और मंत्रियों का मानना है कि कैशलेस होने से पर्यावरण पर अच्छा असर पड़ेगा. इससे पेड़ कटने से बचेंगे.
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