Quote 1: A great man is different
from an eminent one in In that he is ready to be the servant of the society.
In Hindi: एक महान आदमी एक प्रतिष्ठित आदमी से इस तरह से अलग होता है कि वह समाज का नौकर बनने को तैयार रहता है .
B. R.
Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 2: People and their religion
must be judged by social standards based on social ethics. No other standard
would have any meaning if religion is held to be necessary good for the
well-being of the people.
In Hindi: लोग और उनके धर्म सामाजिक मानकों द्वारा; सामजिक नैतिकता के आधार पर परखे जाने चाहिए . अगर धर्म को लोगो के भले के लिए आवशयक मान लिया जायेगा तो और किसी मानक का मतलब नहीं होगा .
B. R.
Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 3: Cultivation of mind
should be the ultimate aim of human existence.
In Hindi: बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए .
B. R.
Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 4: Every man who repeats the
dogma of Mill that one country is no fit to rule another country must admit
that one class is not fit to rule another class.
In Hindi: हर व्यक्ति जो मिल के सिद्धांत कि एक देश दूसरे देश पर शाशन नहीं कर सकता को दोहराता है उसे ये भी स्वीकार करना चाहिए कि एक वर्ग दूसरे वर्ग पर शाशन नहीं कर सकता .
B. R.
Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 5: For a successful
revolution it is not enough that there is discontent. What is required is a
profound and thorough conviction of the justice, necessity and importance of
political and social rights.
In Hindi: एक सफल क्रांति के लिए सिर्फ असंतोष का होना पर्याप्त नहीं है .जिसकी आवश्यकता है वो है न्याय एवं राजनीतिक और सामाजिक अधिकारों में गहरी आस्था.
B. R.
Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 6: History shows that where
ethics and economics come in conflict, victory is always with economics. Vested
interests have never been known to have willingly divested themselves unless
there was sufficient force to compel them.
In Hindi: इतिहास बताता है कि जहाँ नैतिकता और अर्थशाश्त्र के बीच संघर्ष होता है वहां जीत हमेशा अर्थशाश्त्र की होती है . निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो .
B. R. Ambedkar
बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 7: I like the religion that
teaches liberty, equality and fraternity.
In Hindi: मैं ऐसे धर्म को मानता हूँ जो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारा सीखाये .
B. R.
Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 8: I measure the progress of
a community by the degree of progress which women have achieved.
In Hindi: मैं किसी समुदाय की प्रगति महिलाओं ने जो प्रगति हांसिल की है उससे मापता हूँ .
B. R.
Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 9: In Hinduism, conscience,
reason and independent thinking have no scope for development.
In Hindi: हिंदू धर्म में, विवेक, कारण, और स्वतंत्र सोच के विकास के लिए कोई गुंजाइश
नहीं है.
B. R.
Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 10: Indians today are
governed by two different ideologies. Their political ideal set in the preamble
of the Constitution affirms a life of liberty, equality and fraternity. Their
social ideal embodied in their religion denies them.
In Hindi: आज भारतीय दो अलग -अलग विचारधाराओं द्वारा शाशित हो रहे हैं . उनके राजनीतिक आदर्श जो संविधान के प्रस्तावना में इंगित हैं वो स्वतंत्रता , समानता , और भाई -चारे को स्थापित करते हैं . और उनके धर्म में समाहित सामाजिक आदर्श इससे इनकार करते हैं .
B. R.
Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 11: Law and order are the
medicine of the body politic and when the body politic gets sick, medicine must
be administered.
In Hindi: क़ानून और व्यवस्था राजनीतिक शरीर की दवा है और जब राजनीतिक शरीर बीमार पड़े तो दवा ज़रूर दी जानी चाहिए .
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 12: Life should be
great rather than long.
In Hindi: जीवन लम्बा
होने की
बजाये महान
होना चाहिए .
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 13: Men are mortal. So
are ideas. An idea needs propagation as much as a plant needs watering.
Otherwise both will wither and die.
In Hindi: मनुष्य नश्वर
है . उसी
तरह विचार भी
नश्वर हैं .
एक विचार
को प्रचार -प्रसार
की ज़रुरत
होती है ,
जैसे कि
एक पौधे
को पानी
की . नहीं
तो दोनों
मुरझा कर
मर जाते हैं .
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 14: Political tyranny
is nothing compared to the social tyranny and a reformer who defies society is
a more courageous man than a politician who defies Government.
In Hindi: राजनीतिक अत्याचार
सामाजिक अत्याचार
की तुलना
में कुछ
भी नहीं
है और
एक सुधारक
जो समाज
को खारिज
कर देता
है वो
सरकार को
ख़ारिज कर
देने वाले
राजनीतिज्ञ से कहीं अधिक
साहसी हैं .
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 15: So long as you do
not achieve social liberty, whatever freedom is provided by the law is of no
avail to you.
In Hindi: जब तक
आप सामाजिक
स्वतंत्रता नहीं
हांसिल कर
लेते , क़ानून
आपको जो भी
स्वतंत्रता देता
है वो
आपके किसी
काम की
नहीं .
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 16: The relationship
between husband and wife should be one of closest friends.
In Hindi: पति- पत्नी
के बीच
का सम्बन्ध
घनिष्ट मित्रों के
सम्बन्ध के सामान
होना चाहिए .
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 17: The sovereignty of
scriptures of all religions must come to an end if we want to have a united
integrated modern India.
In Hindi: यदि हम
एक संयुक्त
एकीकृत आधुनिक
भारत चाहते
हैं तो
सभी धर्मों
के शाश्त्रों
की संप्रभुता
का अंत
होना चाहिए .
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 18: Unlike a drop of
water which loses its identity when it joins the ocean, man does not lose his
being in the society in which he lives. Man’s life is independent. He is born
not for the development of the society alone, but for the development of his
self.
In Hindi: सागर में
मिलकर अपनी
पहचान खो
देने वाली
पानी की
एक बूँद
के विपरीत ,
इंसान जिस
समाज में
रहता है
वहां अपनी
पहचान नहीं
खोता . इंसान
का जीवन
स्वतंत्र है .
वो सिर्फ
समाज के
विकास के
लिए नहीं
पैदा हुआ है ,
बल्कि स्वयं
के विकास
के लिए
पैदा हुआ है
.
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 19: We are Indians,
firstly and lastly.
In Hindi: हम भारतीय
हैं , पहले
और अंत
में .
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
Quote 20: What are we having
this liberty for? We are having this liberty in order to reform our social
system, which is full of inequality, discrimination and other things, which
conflict with our fundamental rights.
In Hindi: हमारे पास
यह स्वतंत्रता
किस लिए
है ? हमारे
पास ये
स्वत्नत्रता इसलिए
है ताकि
हम अपने
सामाजिक व्यवस्था ,
जो असमानता ,
भेद-भाव और
अन्य चीजों से
भरी है ,
जो हमारे
मौलिक अधिकारों
से टकराव
में है
को सुधार
सकें.
B. R. Ambedkar बी. आर.
अम्बेडकर
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