Why INDIA got freedom at 15 august midnight?
Ham log hamesa hi har saal 15 august ko Independence day celbrate karte he. To aaie jante he ki India ko 15 august ko hi kyu aazadi mili?
एक-एक करके इस सवाल का जवाब ढूंढने की कोशिश करते हैं.
Source: knowindia
पहला सवाल- 1947 ही क्यों?
गांधीजी के जनांदोलन से देश की जनता आज़ादी के लिए जागरूक हो गयी थी. वहीं दूसरी तरफ़ सुभाष चन्द्र बोस की आज़ाद हिन्द फ़ौज की गतिविधियों ने अंग्रेज़ शासन की नाक में दम कर रखा था. 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के ख़त्म होने के समय पर अंग्रेज़ों की आर्थिक हालत बद से बदत्तर हो गयी थी. दूसरे देशों की बात छोड़ दो, वो अपने देश पर शासन करने में ही असमर्थ हो गए थे.
Source: Wikipedia
वहीं 1945 के ब्रिटिश चुनावों में लेबर पार्टी की जीत ने आज़ादी के द्वार खोल दिए थे क्योंकि उन्होंने अपने मैनिफेस्टो में भारत जैसी दूसरी इंग्लिश कॉलोनियों को भी आज़ादी देने की बात कही थी.
Source: guruprasad
कई मतभेदों और हंगामे के बावजूद भी भारतीय नेताओं की बात लार्ड वेवेल से शुरू हो गयी थी और स्वतंत्र भारत का सपना सच होने की कगार पर था. फरवरी, 1947 में लार्ड माउंटबैटन को भारत का आख़री वाइसराय चुना गया जिन पर व्यवस्थित तरीके से भारत को स्वतंत्रता दिलाने का कार्यभार था.
Source: munchfacts
शुरूआती योजना के अनुसार भारत को जून, 1948 में आज़ादी मिलने का प्रावधान था. वाइसराय बनने के तुरंत बाद, लार्ड माउंटबैटन की भारतीय नेताओं से बात शुरू हो गयी थी, लेकिन ये इतना भी आसान नहीं था. जिन्ना और नेहरू के बीच बंटवारे को ले कर पहले से ही रस्साकशी चल रही थी. जिन्ना ने अलग देश बनाने की मांग रख दी थी जिसकी वजह से भारत के कई क्षेत्रों में साम्प्रदायिक झगड़े शुरू हो गए थे. माउंटबैटन ने इसकी अपेक्षा नहीं की थी और इससे पहले कि हालात और बिगड़ते, आज़ादी 1948 की जगह 1947 में ही देने की बात तय हो गयी.
Source: cvce
दूसरा सवाल- 15 अगस्त ही क्यों?
लार्ड माउंटबैटन 15 अगस्त की तारीख़ को शुभ मानते थे क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के समय 15 अगस्त, 1945 को जापानी आर्मी ने आत्मसमर्पण किया था और उस समय लार्ड माउंटबैटन अलाइड फ़ोर्सेज़ के कमांडर थे.
Source: country-data
Iska or bhi ek javab he. America ne Japan par 7 august or 9 august ke din parmanu bomb se attack kiya tha. Aur Japan ne 14 August ko america ke samne smarpan kiya tha. Matlab ki yah din America ke liye jit ka or utsav manane ka din tha. Isiliye unhone wah din chuna.
तीसरा सवाल- रात के 12 बजे ही क्यों?
जब लार्ड माउंटबैटन ने आज़ादी मिलने की तारीख़ 3 जून, 1948 से 15 अगस्त, 1947 कर दी तो देश के ज्योतिषियों में खलबली मच गयी. उनके अनुसार ये तारीख़ अमंगल और अपवित्र थी. लार्ड माउंटबैटन को दूसरी तारीख़ें भी सुझाई गयी थीं, लेकिन वो 15 अगस्त को ही लेकर अडिग थे. ख़ैर, इसके बाद ज्योतिषियों ने एक उपाय निकाला. उन्होंने 14 और 15 अगस्त की रात 12 बजे का समय तय किया क्योंकि अंग्रेज़ों के हिसाब से दिन 12 AM पर शुरू होता है लेकिन हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से सूर्योदय पर.
Source: mundaneastro
सिर्फ यहीं नहीं, उन्होंने नेहरू जी को ये भी कहा था कि उन्हें अपनी आज़ादी की स्पीच अभिजीत मुहूर्त में 11:51 PM से 12:39 AM के बीच ही देनी होगी. इसमें एक और शर्त ये भी थी कि नेहरू जी को अपनी स्पीच रात 12 बजे तक ख़त्म कर देनी होगी जिसके बाद शंखनाद किया जाएगा, जो एक नए देश के जन्म की गूंज दुनिया तक पहुंचाएगा.
Source: free-stock-illustration
आज हमारे देश को आज़ाद हुए 68 साल हो गए इसीलिए ये जानना हमारे लिए ज़रूरी है कि हमें 15 अगस्त, 1947 को ही आज़ादी क्यों मिली. आशा करते हैं कि भारत का स्वतंत्रता दिवस आपके जीवन में भी ढेर सारी खुशियां ले कर आये. ग़ज़बपोस्ट की तरफ़ से स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें. जय हिन्द.
BY – HARDIK
http://www.hardiksinspritionalstory.com
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